A Door Into Hindi: Lesson 9

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A Door Into Hindi

By Afroz Taj

Lesson 9 Script

 

कमला : खाना कैसा है ?


राजू : हाँ यह खाना बहुत अच्छा है ,


तुम खाना हमेशा बहुत अच्छा बनाती हो ।


कमला : और यह दाल कैसी है ?


राजू : यह दाल बहुत अच्छी है ।


यह दाल मुझे बहुत पसंद है ।


कमला : क्या मैं दाल और दूँ ?


राजू :हाँ मुझे और दाल दो ।


कमला, मुझे केवल तुम्हारा खाना पसंद है ।


कमला -- कमला, तुम खाना बहुत मज़ेदार बनाती हो ।


यह सब्ज़ी, यह रोटी, यह दाल, यह चावल, यह अचार ,


सब बहुत मज़ेदार हैं ।


कमला : कल मुझे बाज़ार जाना है ।


वहाँ मुझे कुछ चूड़ियाँ ख़रीदनी हैं ।


मैं सब्ज़ी भी ख़रीदूँगी ।


तुम्हारे लिये कौनसी सब्ज़ी ख़रीदूँ?


क्या मैं करेला ख़रीदूँ ?


राजू : हाँ करेला बहुत अच्छा है ।


राजू : तुम मुझसे बहुत प्रेम करती हो ।


कमला : जी हाँ मैं तुमसे प्रेम करती हूँ ।


लेकिन तुम मेरे लिये क्या काम करते हो ?


राजू : कमला, मैं एक ड्राईवर हूँ ।


तुम्हारे लिये कार चलाकर पैसे कमाता हूँ ।


कमला : और ?


राजू : और मैं पैसे कमा कर घर आता हूँ ।


कमला : और ?


राजू : और मैं घर आकर ये पैसे तुमको देता हूँ।


कमला : और ?


राजू : और मैं तुमसे प्रेम करता हूँ।


कमला : तुमको मुझसे प्रेम है? यह झूठ है !


राजू : मुझको तुमसे प्रेम है, यह सच है ।


कमला, मैं तुम्हारा पति हूँ, तुम्हारा प्रेमी हूँ ।


कमला : प्रेमी अपनी प्रेमिकाओं के लिये ताज महल बनाते हैं ।


लोग कहते हैं शाह जहाँ को अपनी पत्नी मुमताज़ से बहुत प्यार था ।


क्या तुमको मुझसे प्यार है?


क्या तुम मेरे लिये ताज महल बनाओगे ।


राजू : कमला, मैं तुम्हारे लिये ताज महल बनाना चाहता हूँ,


लेकिन मैं बादशाह नहीं हूँ,


मैं एक ड्राईवर हूँ ।


मैं ताज महल कैसे बनाऊँ?


कमला : मैं समझती हूँ ।


लेकिन हम १० साल से आगरे में रह रहे हैं


और ताज महल आगरे में ही है ।


मैं ताज महल कब देखूँगी?


राजू : अच्छा तुम ताज महल देखना चाहती हो


कमला : हाँ मैं ताज महल देखना चाहती हूँ ।


राजू : अच्छा, देखो मेरा जादू !


देखो ताज महल !


कमला : यह तो बहुत सुन्दर है !


सचमुच कितना सुन्दर है ।


यह तो बहुत ही सुन्दर है ।


बहुत ज़्यादा सुन्दर है यह ।


ताज महल बहुत ख़ूबसूरत है ।


यह बहुत सुन्दर है ------


लेकिन मैं असली ताज महल देखना चाहती हूँ ।


राजू : हम कल ताज महल देखने जायेंगे ।


बताओ हम किस समय जायें ?


कमला : कल शाम को कैसा है ?


राजू : कल शाम को कितने बजे जायेंगे?


कमला : कल शाम को पाँच बजे ।


तुम शाम को चार बजे काम करके घर आते हो ।


मैं शाम को चार बजे रोटी पकाऊँगी ।


फिर हम साथ साथ खाना खाएँगे ।


राजू : नहीं नहीं कल तुम रोटी नहीं पकाओगी ,


कल शाम को हम खाना बाहर खायेंगे ।


कल शाम को, पाँच बजे खाना खाकर हम ताज महल देखने जायेंगे, ठीक है?


कमला : धन्यवाद ।


 


कमला: यह बहुत सुन्दर है ।


ताज महल बहुत सुन्दर है ।


इस नदी का नाम क्या है?


राजू: इस नदी का नाम जमना नदी है।


कमला: आच्छा, ताज महल जमना नदी के किनारे पर है ।


राजू: जी हाँ, ताज महल जमना नदी के किनारे पर है ।


 


[गाना]


राजू: तुम छोड़कर जाओ नहीं ।


कमला: मैं छोड़कर जाऊँ वहाँ ।


राजू: तुम्हें आना है मेरे साथ, मेरे साथ


क्या ताज महल नहीं देखोगी?


तुम छोड़कर जाओ नहीं ।


कमला: मुझे जाना है उस पार, उस पार


मैं ताज महल वहाँ देखूँगी


 


राजू : लोग कहते हैं कि शाह जहाँ अपनी पत्नी की याद में रात और दिन रोता था ।


कमला : क्यों रोता था ?


राजू : उसको अपनी पत्नी से बहुत प्रेम था,


वह अपने महल से ताज महल देखता था और रोता था ।


कमला : क्या ताज महल में उसकी पत्नी मुमताज़ महल रहती थी ?


राजू : नहीं कमला ।


कमला: तब ताज महल में कौन रहता था ?


राजू : ताज महल में कोई नहीं रहता था,


ताज महल एक मक़बरा है,


उसमें मुमताज़ महल की क़ब्र है ।


कमला : और शाह जहाँ की क़ब्र कहाँ है ?

राजू : शाह जहाँ की क़ब्र भी ताज महल के अन्दर है ।


वह भी अपनी प्यारी पत्नी के बराबर हमेशा के लिये सो रहा है ।


 


आवाज़: आओ, यहाँ आओ...


तुम्हें यहाँ आना है । हाँ मैं यहाँ हूँ ।


मुझे कब से तुम्हारा इन्तज़ार था ।


 


कमला : कोई मुझे बुला रहा है !


कौन मुझे बुला रहा है ?


राजू : क्या ?


कमला : हाँ, मैं क्या करूँ ?


शायद कोई कह रहा है,


मुझे वहाँ जाना है---


राजू : तुम्हें कहाँ जाना है ?


कामला: शाह जहाँ?


आवाज़: मैं चार सौ साल से तुम्हारा इन्तज़ार कर रहा हूँ ।


मुझे चार सौ साल से तुम्हारा इन्तज़ार है ,


यह ताज महल तुम्हारा है ।


कमला: शाह जहाँ ? शाह जहाँ ?


आवाज़:तुम्हें यहाँ आना है , तुमको यहाँ रहना है ।


यह ताज महल ख़ूबसूरत है


लेकिन मुहब्बत बहुत ख़ूबसूरत है ।


यह ताज महल क्या है , कुछ भी नहीं ।


मुहब्बत ही सब कुछ है ।


 


कमला: सचमुच, ताज महल बहुत सुन्दर है ।


राजू : अरे कमला !


कमला : यह बहुत सुन्दर है ...


ताज महल बहुत ख़ूबसूरत है ।


राजू : अरे कमला , तुम कहाँ हो?

कमला?


कमला: सचमुच यह कितना सुन्दर है ।


राजू: अरे कमला !


कमला: यह बहुत सुन्दर है ।


ताज महल तो बहुत सुन्दर है ।


राजू: अरे कमला !


कमला: यह बहुत ज़्यादा सुन्दर है ।


राजू: अरे कमला !


 


मुझे यह ताज महल नहीं चाहिये ।


मुझे तुम्हारा प्यार चाहिये ।


 


[गाना]


एक शहनशाह ने बनवाके हसीं ताज महल


सारे दुनिया को मुहब्बत कि निशानी दी है


एक शहनशाह ने बनवाके हसीं ताज महल